MUDA जमीन घोटाला- सिद्धारमैया पर सबूत मिटाने का आरोप
नई दिल्ली,4 अक्टूबर। कर्नाटक के CM सिद्धारमैया की मुश्किलें खत्म नहीं हो रही। अब उनके खिलाफ एक नई शिकायत हुई है। यह मैसूर शहरी विकास प्राधिकरण (MUDA) मामले में सबूतों को नष्ट करने के आरोप में की गई है।
प्रदीप कुमार नाम के व्यक्ति ने ED को लेटर लिखकर शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने सिद्धारमैया व अन्य के खिलाफ सबूतों से छेड़छाड़ के लिए जांच और मामला दर्ज करने की मांग की है।
शिकायत में मुख्यमंत्री के बेटे यतींद्र सिद्धारमैया का भी नाम है। प्रदीप ने सत्ता का दुरुपयोग कर 14 साइटों को अवैध रूप से हासिल करने का आरोप लगाया गया है।
इससे पहले ED ने 30 सितंबर को सिद्धारमैया, उनकी पत्नी, साले और अन्य के खिलाफ FIR दर्ज की थी। इससे पहले मैसूरु लोकायुक्त ने 27 सितंबर को सभी के खिलाफ केस दर्ज किया था। लोकायुक्त ने 1 अक्टूबर से मामले की जांच शुरू कर दी है।
मैसूर अर्बन डेवलपमेंट अथॉरिटी (MUDA) मामले में कर्नाटक के CM एस सिद्धारमैया के खिलाफ FIR होने के बावजूद कांग्रेस नेतृत्व ने फैसला लिया है कि उन्हें पद से नहीं हटाएंगे। पार्टी का मानना है कि यह कर्नाटक में कांग्रेस सरकार को अस्थिर करने के लिए केंद्र की भाजपा सरकार की चाल है, लिहाजा इसका राजनीतिक स्तर पर ही जवाब दिया जाएगा।
CM सिद्धारमैया की पत्नी लौटा रहीं 14 प्लॉट मैसूरु अर्बन डेवलपमेंट अथॉरिटी (MUDA) सिद्धारमैया की पत्नी पार्वती बी. एम. की तरफ से लौटाए 14 प्लॉट वापस लेने को तैयार हो गई है। पार्वती ने लेटर लिखकर प्लॉट लौटाने की बात कही थी। इसके बाद MUDA ने कहा था कि वे इसे वापस लेने से पहले कानूनी सलाह लेंगे, क्योंकि मामला जांच के दायरे में है।
वहीं, CM सिद्धारमैया ने पत्नी के जमीन लौटाने के फैसले पर हैरानी जताई। उन्होंने कहा कि मेरे खिलाफ चल रहे राजनीतिक षड्यंत्र से आहत होकर मेरी पत्नी ने प्लॉट वापस करने का फैसला लिया है।
सिद्धारमैया ने कहा कि पत्नी के इस फैसले से मैं हैरान हूं। मेरी पत्नी ने मेरी चार दशक लंबी राजनीति में कभी हस्तक्षेप नहीं किया। वह मेरे खिलाफ नफरत की राजनीति का शिकार हुई है और मेंटल टॉर्चर झेल रही है।