बांग्लादेश ,12अगस्त। बांग्लादेश में शेख हसीना की सरकार के तख्तापलट के बाद से जारी हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। हाल ही में एक बार फिर हिंदू मंदिर पर हमला हुआ है, जिसमें हिंसक भीड़ ने मंदिर में तोड़फोड़ की, पवित्र ग्रंथ गीता को जला दिया और मंदिर के गर्भगृह को लूट लिया।
इस घटना ने देश में धार्मिक अल्पसंख्यकों के प्रति बढ़ती असहिष्णुता और हिंसा को उजागर कर दिया है। बांग्लादेश में शेख हसीना की सरकार के हटने के बाद से राजनीतिक अस्थिरता के चलते देश में सांप्रदायिक हिंसा की घटनाएं बढ़ गई हैं।
इस ताजा घटना में, हिंदू समुदाय के सदस्यों ने सरकार से सुरक्षा की मांग की है और अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की अपील की है। हालाँकि, सरकार की ओर से अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है, जिससे अल्पसंख्यक समुदाय में भय और असुरक्षा का माहौल बना हुआ है।
बांग्लादेश में हिंदू समुदाय की स्थिति पहले से ही चिंताजनक है, और हालिया घटनाओं ने उनकी सुरक्षा को और भी संकट में डाल दिया है। इस प्रकार की घटनाओं का अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने भी संज्ञान लिया है और बांग्लादेश सरकार से अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की है।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, यह आवश्यक है कि बांग्लादेश की सरकार जल्द से जल्द उचित कदम उठाए ताकि देश में सांप्रदायिक सौहार्द और शांति बनी रहे। धार्मिक स्थलों पर हो रहे इन हमलों को रोकने के लिए कठोर कानूनों का पालन और दोषियों को सख्त सजा देना जरूरी है।