देवरिया में युवती के गायब होने पर मां ने लगाई गुहार: पुलिस ने ढूंढने के नाम पर वसूले पैसे
उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक गांव की युवती को उसी गांव का एक लड़का भगा ले गया। युवती के गायब होने के बाद उसकी मां ने थाने जाकर पुलिस से मदद की गुहार लगाई। लेकिन इस मामले में पुलिस की ओर से सहायता के बजाय, पीड़ित मां से पैसे वसूलने का मामला उजागर हुआ है।
घटना का विवरण
देवरिया के एक गांव की युवती को गांव का ही एक लड़का भगा ले गया। युवती की मां ने जब अपनी बेटी को गायब पाया, तो वह थाने पहुंची और बेटी को खोजने के लिए पुलिस से मदद की अपील की। इस घटना से पहले ही दुखी मां को पुलिस की ओर से और भी परेशान किया गया।
पुलिस की हरकत
पुलिस ने युवती को ढूंढने के नाम पर उसकी मां से पैसे वसूले। यह वसूली न केवल शर्मनाक है, बल्कि पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी गंभीर सवाल खड़े करती है। मां से कहा गया कि यदि वह चाहती है कि उसकी बेटी को ढूंढा जाए, तो उसे पुलिस को पैसे देने होंगे। इस वसूली के बाद ही पुलिस ने युवती की तलाश शुरू की।
समाज का आक्रोश
इस घटना के बाद समाज में भारी आक्रोश फैल गया है। लोगों का कहना है कि पुलिस का काम जनता की सेवा करना है, न कि उनसे पैसे वसूलना। पुलिस की इस हरकत ने न केवल कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि समाज के विश्वास को भी चोट पहुंचाई है।
पुलिस विभाग की प्रतिक्रिया
इस घटना के बाद पुलिस विभाग के उच्च अधिकारियों ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने आश्वासन दिया है कि इस तरह की अवैध वसूली में संलिप्त पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। पुलिस अधीक्षक ने कहा, “हम इस मामले को गंभीरता से ले रहे हैं और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे।”
पीड़ित परिवार की स्थिति
युवती की मां इस घटना के बाद सदमे में है। उन्होंने कहा कि वह अपनी बेटी को खोजने के लिए थाने गई थी, लेकिन वहां उसे और परेशान किया गया। उन्होंने मांग की है कि उनकी बेटी को जल्द से जल्द खोजा जाए और दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
निष्कर्ष
देवरिया की यह घटना पुलिस की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े करती है। जनता की सेवा और सुरक्षा के लिए बनी पुलिस का इस तरह का व्यवहार न केवल निंदनीय है, बल्कि अवैध भी है। इस मामले में उच्च अधिकारियों की तत्परता और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई ही समाज का विश्वास पुनः स्थापित कर सकती है। जनता को उम्मीद है कि इस घटना के बाद पुलिस विभाग अपनी कार्यप्रणाली में सुधार करेगा और भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं होगी।