ईशान किशन: घरेलू टूर्नामेंट और चयन में अनदेखी का दौर

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पिछले साल दक्षिण अफ्रीकी दौरे से वापस आना और फिर घरेलू टूर्नामेंट से बाहर होना ईशान किशन के लिए निराशाजनक साबित हुआ है। एक बार फिर, श्रीलंका दौरे पर सीमित ओवरों की सीरीज के लिए उनकी अनदेखी की गई है। ईशान के साथ-साथ एक और खिलाड़ी, श्रेयस अय्यर को भी घरेलू टूर्नामेंट को तवज्जो नहीं देने पर भारी कीमत चुकानी पड़ी थी। हालांकि, श्रेयस ने अपनी मेहनत और प्रतिबद्धता से बीसीसीआई के रडार पर वापसी की, जबकि ईशान को अभी भी अपनी जगह बनाने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है।

दक्षिण अफ्रीका दौरे से वापसी और घरेलू टूर्नामेंट

ईशान किशन के लिए पिछले साल का दक्षिण अफ्रीका दौरा और उसके बाद के घरेलू टूर्नामेंट महत्वपूर्ण थे। हालांकि, प्रदर्शन में निरंतरता की कमी और घरेलू टूर्नामेंट में भाग न लेने की वजह से उन्हें टीम से बाहर होना पड़ा। इसके बाद, जब श्रीलंका दौरे की सीमित ओवरों की सीरीज के लिए टीम का चयन हुआ, तो ईशान का नाम सूची में नहीं था।

श्रेयस अय्यर की वापसी

श्रेयस अय्यर की कहानी इससे थोड़ी अलग है। घरेलू टूर्नामेंट में भाग न लेने के कारण श्रेयस को भी टीम से बाहर किया गया था। लेकिन, श्रेयस ने मुंबई के लिए रणजी सेमीफाइनल और फाइनल खेलकर अपनी प्रतिभा और फॉर्म को साबित किया। इस प्रदर्शन ने उन्हें एक बार फिर बीसीसीआई के रडार पर ला खड़ा किया। नतीजतन, श्रेयस को श्रीलंका के खिलाफ वनडे टीम में जगह मिल गई।

ईशान किशन का संघर्ष

दूसरी ओर, ईशान किशन को अब भी अपने प्रदर्शन से चयनकर्ताओं को प्रभावित करने की आवश्यकता है। घरेलू क्रिकेट में निरंतरता और बड़े टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन के माध्यम से ही वह अपनी जगह बना सकते हैं। चयनकर्ताओं की नजर में आने के लिए उन्हें अपनी फिटनेस, फॉर्म और खेल पर ध्यान देना होगा।

भविष्य की संभावनाएं

ईशान किशन के पास अभी भी समय और अवसर हैं। उन्हें घरेलू क्रिकेट में अपने प्रदर्शन को सुधारने और निरंतरता बनाए रखने की आवश्यकता है। उनके पास प्रतिभा और क्षमता है, जिसे सही दिशा में उपयोग करने की आवश्यकता है। यदि वह घरेलू टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन करते हैं, तो चयनकर्ताओं का ध्यान उनकी ओर अवश्य जाएगा।

निष्कर्ष

ईशान किशन के लिए पिछले साल का अनुभव सबक के रूप में सामने आया है। उन्हें घरेलू क्रिकेट में अपनी प्रतिभा को साबित करना होगा और निरंतरता बनाए रखनी होगी। श्रेयस अय्यर की वापसी उनके लिए प्रेरणा का स्रोत हो सकती है। क्रिकेट में अवसर कभी भी आ सकते हैं, और सही समय पर सही प्रदर्शन करने से ईशान भी एक बार फिर भारतीय टीम में अपनी जगह बना सकते हैं।

 

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