नागास्त्र-1: सेना को मिला पहला स्वदेशी आत्मघाती ड्रोन, दुश्मन के घर में घुसकर होगी एयर स्ट्राइक
भारतीय सेना ने हाल ही में अपने शस्त्रागार में एक नए और उन्नत हथियार को शामिल किया है, जिसे “नागास्त्र-1” के नाम से जाना जाता है। यह देश का पहला स्वदेशी आत्मघाती ड्रोन है, जिसे रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने विकसित किया है। नागास्त्र-1 को दुश्मन के ठिकानों पर सटीक और कारगर हमला करने के लिए डिजाइन किया गया है, जो भारतीय सेना की ताकत और संभावनाओं को और भी अधिक बढ़ाएगा।
नागास्त्र-1 के मुख्य विशेषताएँ
- स्वदेशी तकनीक: नागास्त्र-1 पूरी तरह से स्वदेशी तकनीक पर आधारित है, जो इसे विशेष बनाती है। यह भारतीय वैज्ञानिकों और इंजीनियरों की मेहनत और कौशल का प्रतीक है।
- आत्मघाती मिशन: यह ड्रोन आत्मघाती मिशन के लिए तैयार किया गया है। इसका मतलब है कि यह दुश्मन के ठिकानों में घुसकर विस्फोट कर सकता है, जिससे अधिकतम नुकसान पहुँचाया जा सकता है।
- लंबी दूरी की क्षमता: नागास्त्र-1 में लंबी दूरी तक उड़ान भरने की क्षमता है,जिससे इसे दुश्मन के गहरे अंदर स्थित ठिकानों पर हमला करने में सक्षम बनाता है।
- सटीक निशाना: इस ड्रोन में उन्नत नेविगेशन सिस्टम और सटीक निशाने की क्षमता है, जिससे यह दुश्मन के लक्ष्य पर सही तरीके से हमला कर सकता है।