चेतन आनंद फूट डाल रहे, आनंद मोहन किस गठबंधन के नेता
पटना,28 नवम्बर। केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने आनंद मोहन और उनके विधायक बेटे चेतन आनंद पर तीखा हमला बोला है। यह घटना बुधवार को हुई जब चिराग पासवान ने पत्रकारों से बातचीत की। चिराग पासवान ने चेतन आनंद के एनडीए पर दिए गए बयान पर आपत्ति जताई। उन्होंने आनंद मोहन की रिहाई को लेकर भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा। इस दौरान चिराग पासवान के नए कार्यालय में गृह प्रवेश पूजा भी हुई।
चिराग पासवान ने मारा बाउंसर
चिराग पासवान ने चेतन आनंद के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि चेतन आनंद एनडीए में दरार डालने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि चेतन आनंद किस हैसियत से बोल रहे हैं, एनडीए सदस्य के रूप में या महागठबंधन के प्रवक्ता के रूप में? चिराग ने कहा कि चेतन आनंद के बयान से ऐसा लग रहा है कि वो NDA को मजबूत करने नहीं बल्कि उसमें फूट डालने आए हैं। ऐसा भी लग रहा है कि वो अपने पुराने गुरुओं (लालू प्रसाद यादव) की विचारधारा को सपोर्ट कर रहे हैं।
चेतन महागठबंधन प्रवक्ता जैसा क्यों कर रहे- चिराग
चिराग यहीं नहीं रुके, उन्होंने चेतन आनंद से आगे पूछा कि वो उनसे (चिराग पासवान) से सवाल किस हैसियत से पूछ रहे हैं? ये सवाल वो एक एनडीए मेंबर के रूप में पूछ रहे हैं या फिर महागठबंधन या राजद प्रवक्ता के तौर पर?
आनंद मोहन नीतीश की कृपा से बाहर- चिराग
आनंद मोहन के बारे में चिराग पासवान ने कहा कि वे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की कृपा से जेल से बाहर आए हैं। उनके परिवार का राजनीति में होना भी नीतीश कुमार की वजह से है। चिराग ने आनंद मोहन पर दलित समाज पर उंगली उठाने का आरोप भी लगाया।
कौन हैं आनंद मोहन
आनंद मोहन सहरसा जिले के पचगछिया गांव के रहने वाले हैं। उनके दादा राम बहादुर सिंह स्वतंत्रता सेनानी थे। आनंद मोहन 1974 में जयप्रकाश नारायण के संपूर्ण क्रांति आंदोलन के दौरान राजनीति में आए। उस समय उनकी उम्र मात्र 17 साल थी। राजनीति में आने के बाद उन्होंने कॉलेज की पढ़ाई छोड़ दी। आपातकाल यानी इमरजेंसी के दौरान उन्हें पहली बार दो साल की जेल हुई। 1990 के दशक में बिहार की राजनीति में उनका बोलबाला था।