नई दिल्ली,7 नवम्बर।हाल ही में अमेरिकी चुनावों में डोनाल्ड ट्रंप की बढ़त की खबर से शेयर बाजार में तेजी देखी गई थी, लेकिन यह उत्साह एक दिन भी नहीं टिक सका। अगले ही दिन बाजार में भारी गिरावट दर्ज की गई, जिससे निवेशकों के चेहरों पर मायूसी छा गई। भारतीय शेयर बाजार, जो ट्रंप की संभावित जीत के संकेतों पर हरे निशान में खुला था, एक झटके में लाल निशान में चला गया और कई प्रमुख कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट देखने को मिली।
शेयर बाजार में भारी गिरावट का असर
शेयर बाजार में यह अचानक आई गिरावट कई कारणों से हो सकती है। एक ओर, अमेरिकी चुनाव की अनिश्चितता और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में उतार-चढ़ाव के कारण निवेशकों में डर का माहौल है। इसके अलावा, वैश्विक आर्थिक स्थिति और तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव ने भी बाजार पर नकारात्मक प्रभाव डाला है। इस वजह से भारतीय शेयर बाजार भी इस दबाव से अछूता नहीं रह सका।
ये 10 प्रमुख शेयर रहे नुकसान में
शेयर बाजार की इस गिरावट में कुछ प्रमुख शेयरों पर बुरा असर पड़ा है। यहां उन 10 शेयरों की सूची दी गई है, जो सबसे अधिक टूटे हैं:
अल्ट्राटेक सीमेंट – बुनियादी ढांचे में निवेश के बावजूद इस प्रमुख सीमेंट कंपनी के शेयर में भारी गिरावट आई।
टेक महिंद्रा – आईटी सेक्टर में तेजी के बावजूद टेक महिंद्रा के शेयर ने आज कमजोर प्रदर्शन किया।
टाटा स्टील – धातु क्षेत्र में इस प्रमुख कंपनी का शेयर भी गिरावट का शिकार बना।
एचडीएफसी बैंक – देश के अग्रणी बैंकों में से एक, एचडीएफसी बैंक के शेयरों में भी गिरावट दर्ज की गई।
इंफोसिस – आईटी क्षेत्र में अन्य कंपनियों की तरह इंफोसिस के शेयरों में भी कमजोरी आई।
आईसीआईसीआई बैंक – बैंकिंग सेक्टर में आई गिरावट ने इस प्रमुख बैंक को भी प्रभावित किया।
मारुति सुजुकी – ऑटोमोबाइल क्षेत्र की अग्रणी कंपनी मारुति सुजुकी के शेयर भी गिरे।
भारती एयरटेल – दूरसंचार क्षेत्र में तेजी के बावजूद भारती एयरटेल को नुकसान हुआ।
एशियन पेंट्स – पेंट उद्योग में मजबूती के बावजूद इस कंपनी का शेयर गिरावट की चपेट में आया।
एसबीआई – भारतीय स्टेट बैंक के शेयरों में भी कमजोर प्रदर्शन दर्ज किया गया।
अंतरराष्ट्रीय कारणों का प्रभाव
अमेरिका में राजनीतिक अस्थिरता के चलते वहां के बाजार में भी भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है, जिसका सीधा असर भारतीय बाजार पर भी पड़ रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव का परिणाम, फेडरल रिजर्व की नीति, डॉलर की स्थिति, और अंतरराष्ट्रीय व्यापार को लेकर ट्रंप के फैसले भारतीय कंपनियों के लिए बड़े कारक बने हुए हैं। इस वजह से निवेशक सावधानी बरत रहे हैं और इसका सीधा असर बाजार में हो रही बिकवाली में दिखाई दे रहा है।
निवेशकों के लिए क्या सलाह
वर्तमान में शेयर बाजार की अस्थिरता के चलते निवेशकों को अपनी रणनीति में धैर्य और विवेक रखने की आवश्यकता है। वित्तीय विशेषज्ञों का कहना है कि इस समय निवेशकों को लंबे समय के लाभ के लिए गुणवत्ता वाले शेयरों में बने रहना चाहिए और छोटी अवधि के बाजार उतार-चढ़ाव से घबराने की बजाय मजबूत कंपनियों में निवेश जारी रखना चाहिए।
निष्कर्ष
ट्रंप की जीत की खबर ने बाजार को पहले दिन तो संजीवनी दी, लेकिन तुरंत आई गिरावट ने स्पष्ट कर दिया कि वैश्विक राजनीतिक अनिश्चितताओं के बीच बाजार में स्थिरता बनाए रखना चुनौतीपूर्ण है। निवेशकों को सलाह है कि वे इन अस्थिरताओं को ध्यान में रखते हुए धैर्यपूर्वक निवेश करें और दीर्घकालिक लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित रखें।