हिमाचल प्रदेश के मंडी में अवैध मस्जिद निर्माण को लेकर विभिन्न हिंदू संगठनों द्वारा विरोध रैली
नई दिल्ली,13 सितम्बर। हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में अवैध मस्जिद निर्माण को लेकर शुक्रवार को विभिन्न हिंदू संगठनों ने एक विरोध रैली का आयोजन किया। यह रैली मंडी शहर से सकोडी चौक की ओर निकाली गई, जिसमें हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए। रैली में भाग लेने वाले प्रदर्शनकारियों ने इस निर्माण को अवैध बताते हुए संबंधित अधिकारियों और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
विरोध प्रदर्शन का कारण
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि मंडी जिले के कुछ इलाकों में बिना अनुमति के मस्जिद का निर्माण हो रहा है, जो स्थानीय नियमों और कानूनों के खिलाफ है। उनका आरोप है कि यह निर्माण कार्य रातों-रात किया जा रहा है और स्थानीय प्रशासन द्वारा इस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही है। हिंदू संगठनों के नेताओं का दावा है कि यह मस्जिद एक संवेदनशील क्षेत्र में बनाई जा रही है, जो सांप्रदायिक सौहार्द को प्रभावित कर सकती है।
रैली की मुख्य बातें
नारेबाजी और प्रदर्शन: रैली में शामिल लोगों ने “अवैध निर्माण बंद करो”, “स्थानीय कानून का उल्लंघन बर्दाश्त नहीं करेंगे” और “धर्मनिरपेक्षता का उल्लंघन स्वीकार नहीं करेंगे” जैसे नारे लगाए। प्रदर्शनकारियों ने इस मुद्दे को मीडिया और प्रशासन के सामने उठाते हुए अधिक ध्यान और कार्रवाई की मांग की।
प्रदर्शन का मार्ग: रैली मंडी शहर के प्रमुख मार्गों से होते हुए सकोडी चौक तक पहुंची। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने हाथ में बैनर और पोस्टर ले रखे थे, जिन पर अवैध मस्जिद निर्माण के खिलाफ संदेश लिखे गए थे।
संगठनों की मांगें: रैली के आयोजकों ने स्थानीय प्रशासन से मांग की कि अवैध निर्माण पर तुरंत रोक लगाई जाए और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। इसके साथ ही, उन्होंने यह भी अपील की कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं।
प्रशासन और पुलिस की प्रतिक्रिया
रैली के आयोजन के बाद स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा कर दिया। अधिकारियों का कहना है कि वे इस मामले की गंभीरता से जांच कर रहे हैं और यदि कोई कानून का उल्लंघन पाया जाता है, तो उचित कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने रैली के आयोजकों से भी अपील की है कि वे शांतिपूर्ण तरीके से अपनी मांगें रखें और कानून का पालन करें।
सामाजिक और राजनीतिक प्रभाव
इस विरोध प्रदर्शन का सामाजिक और राजनीतिक प्रभाव भी नजर आ रहा है। रैली के बाद इस मुद्दे पर राजनीतिक दलों और सामाजिक संगठनों के बीच चर्चा तेज हो गई है। कुछ राजनीतिक दलों ने इस विरोध प्रदर्शन का समर्थन किया है, जबकि अन्य ने इसे गैर-जरूरी और विवादास्पद बताया है।
निष्कर्ष
मंडी जिले में अवैध मस्जिद निर्माण को लेकर किए गए इस विरोध प्रदर्शन ने स्थानीय समाज में असंतोष की लहर पैदा कर दी है। हिंदू संगठनों द्वारा आयोजित रैली ने इस मुद्दे को सार्वजनिक ध्यान में लाते हुए प्रशासन और सरकार से ठोस कार्रवाई की मांग की है। इस बीच, यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि स्थानीय प्रशासन इस मामले में कैसे प्रतिक्रिया देता है और क्या अवैध निर्माण पर प्रभावी नियंत्रण लगाना संभव होता है।