अमृत उद्यान, राष्ट्रपति के बगीचे का दरवाजा आम जनता के लिए खुला
नई दिल्ली,7 अगस्त। दिल्ली स्थित राष्ट्रपति भवन का अमृत उद्यान, जो कि एक ऐतिहासिक और सुंदर बगीचा है, अब आम जनता के लिए खोला जाएगा। अमृत उद्यान को हर साल दो बार आम जनता के लिए खोला जाता है, जिससे लोग इस ऐतिहासिक स्थल की सुंदरता और विशिष्टता का आनंद उठा सकते हैं। इस वर्ष, अमृत उद्यान की विशेष अवधि की घोषणा की गई है, और इसके दौरे के लिए टिकट और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी भी उपलब्ध कराई गई है।
अमृत उद्यान का महत्व और खुलने की तारीखें
अमृत उद्यान, जिसे पहले मुग़ल गार्डन के नाम से जाना जाता था, राष्ट्रपति भवन का एक प्रमुख हिस्सा है। यह बगीचा अपनी भव्यता और खूबसूरती के लिए प्रसिद्ध है, जिसमें अद्वितीय और विविध प्रकार की फूलों की किस्में, हरे-भरे लॉन, और आकर्षक वाटरफॉल शामिल हैं। यह बगीचा भारतीय वास्तुकला और डिज़ाइन का एक शानदार उदाहरण प्रस्तुत करता है और यहाँ की सुंदरता हर किसी को मंत्रमुग्ध कर देती है।
अमृत उद्यान इस वर्ष दो विशेष अवधि के दौरान आम जनता के लिए खुला रहेगा। पहली अवधि मार्च से अप्रैल के बीच होगी, और दूसरी अवधि अक्टूबर से नवंबर के बीच होगी। इन महीनों के दौरान, जनता को अमृत उद्यान का दर्शन करने का मौका मिलेगा, और वे राष्ट्रपति भवन के परिसर में स्थित इस ऐतिहासिक बगीचे की सुंदरता का अनुभव कर सकेंगे।
टिकट मूल्य और समय
अमृत उद्यान की यात्रा के लिए टिकट की कीमत ₹50 प्रति व्यक्ति निर्धारित की गई है। टिकट केवल ऑनलाइन माध्यम से ही खरीदे जा सकते हैं, और इसकी बिक्री राष्ट्रपति भवन की आधिकारिक वेबसाइट पर की जाएगी। बगीचे में प्रवेश की समय सीमा सुबह 9 बजे से लेकर शाम 4 बजे तक होगी। टिकट की बुकिंग की प्रक्रिया और उपलब्धता की जानकारी वेबसाइट पर अपडेट की जाती है, और सटीक समय और तारीख की जानकारी भी यहाँ उपलब्ध होगी।
दौरे के नियम और दिशा-निर्देश
अमृत उद्यान की यात्रा के दौरान कुछ नियम और दिशा-निर्देशों का पालन करना आवश्यक होगा। यात्रा करने वालों को पहले से बुकिंग करनी होगी, और केवल निर्धारित समय पर ही बगीचे में प्रवेश किया जा सकेगा। सुरक्षा कारणों से, बगीचे में कैमरा और अन्य व्यक्तिगत सामान ले जाने की अनुमति नहीं होगी। यात्रियों को सफाई और अनुशासन का ध्यान रखना होगा, ताकि बगीचे की सुंदरता को संरक्षित रखा जा सके।
अमृत उद्यान का जनता के लिए खुलना भारतीय सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण और व्यापक दर्शकों को इसकी सुंदरता दिखाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह अवसर उन सभी लोगों के लिए है, जो भारतीय इतिहास और वास्तुकला में रुचि रखते हैं और राष्ट्रपति भवन के इस अद्वितीय हिस्से का आनंद लेना चाहते हैं।