भुवनेश्वर: ओडिशा के उपमुख्यमंत्री कनक वर्धन सिंह देव और प्रभाती परिदा ने कुवैत अग्निकांड में जान गवाने वाले पीड़ितों को श्रद्धांजलि दी
भुवनेश्वर, 15 जून 2024: ओडिशा के उपमुख्यमंत्री कनक वर्धन सिंह देव और प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता प्रभाती परिदा ने कुवैत अग्निकांड में अपनी जान गवाने वाले पीड़ितों को भावभीनी श्रद्धांजलि दी। इस दुखद घटना ने ओडिशा समेत पूरे देश को गहरा सदमा पहुंचाया है।
घटना की पृष्ठभूमि
हाल ही में कुवैत में एक भीषण अग्निकांड हुआ जिसमें कई भारतीय प्रवासी मजदूरों की जान चली गई। इस त्रासदी ने कई परिवारों को गहरे शोक में डाल दिया है, विशेष रूप से ओडिशा के कई परिवार इस घटना से प्रभावित हुए हैं। अग्निकांड में मारे गए लोगों में से कई ओडिशा से थे, जो बेहतर जीवन की तलाश में कुवैत गए थे।
श्रद्धांजलि कार्यक्रम
उपमुख्यमंत्री कनक वर्धन सिंह देव और प्रभाती परिदा ने भुवनेश्वर में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में उन पीड़ितों को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और उनके दुख में शामिल होने की बात कही। इस अवसर पर एक मिनट का मौन रखकर दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना की गई।
उपमुख्यमंत्री का संबोधन
कनक वर्धन सिंह देव ने अपने संबोधन में कहा, “यह एक अत्यंत दुखद घटना है जिसने कई निर्दोष जीवनों को समाप्त कर दिया। हमें इन पीड़ितों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना है और हम उनके दुख में साथ हैं। हम राज्य सरकार की ओर से हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
प्रभाती परिदा का संदेश
सामाजिक कार्यकर्ता प्रभाती परिदा ने कहा, “यह एक बड़ा मानवीय संकट है और हमें मिलकर इस कठिन समय में प्रभावित परिवारों की मदद करनी चाहिए। हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों और प्रवासी मजदूरों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाए।”
सरकारी सहायता और प्रयास
ओडिशा सरकार ने प्रभावित परिवारों के लिए मुआवजे और अन्य सहायता की घोषणा की है। राज्य सरकार कुवैत में भारतीय दूतावास के साथ मिलकर काम कर रही है ताकि पीड़ितों के शवों को उनके घर पहुंचाया जा सके और परिवारों को आवश्यक मदद दी जा सके।
निष्कर्ष
कुवैत अग्निकांड एक हृदयविदारक घटना है जिसने कई परिवारों को अपूरणीय क्षति पहुंचाई है। इस संकट की घड़ी में, ओडिशा के उपमुख्यमंत्री कनक वर्धन सिंह देव और प्रभाती परिदा ने पीड़ितों को श्रद्धांजलि अर्पित करके उनके प्रति अपनी संवेदनशीलता और सहानुभूति प्रकट की है। राज्य सरकार और सामाजिक संगठनों का यह प्रयास सराहनीय है और यह उम्मीद की जाती है कि इससे प्रभावित परिवारों को कुछ हद तक राहत मिलेगी।