चुनाव आयोग ने Mamata Banerjee को भेजा एक और नोटिस, सुरक्षाबलों पर गलत बयानबाजी का आरोप
कोलकाता: पश्चिम बंगाल में जारी विधान सभा चुनाव (West Bengal Assembly Election) के बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. चुनाव आयोग (Election Commission) ने ममता बनर्जी को चुनाव ड्यूटी पर तैनात केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल के खिलाफ कथित टिप्पणी के लिए नोटिस जारी किया है.
10 अप्रैल तक देना होगा ममता बनर्जी को जवाब
चुनाव आयोग (Election Commission) की ओर से गुरुवार रात जारी नोटिस में कहा गया है कि केंद्रीय बलों (Armed Forces) के खिलाफ टिप्पणी कर ममता बनर्जी ने भारतीय दंड संहिता की कई धाराओं का उल्लंघन किया है. मुख्यमंत्री को शनिवार दिन में 11 बजे तक नोटिस का जवाब देने के लिए कहा गया है. आयोग ने कहा कि ममता बनर्जी के गलत, भड़काऊ और तीखे बयानों ने चुनावी प्रक्रिया के दौरान केंद्रीय अर्द्धसैनिक बलों की गरिमा को गिराने और अपमानित करने का प्रयास किया है.
केंद्रीय बलों पर लगाया था मतदाताओं को डराने का आरोप
ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने ट्वीट कर केंद्रीय बलों पर मतदाताओं को डराने का आरोप लगाया था. उन्होंने लिखा था, ‘केंद्रीय बलों का व्यापक दुरुपयोग बेरोकटोक जारी है. इस मुद्दे को बार-बार उठाने के बावजूद चुनाव आयोग एक मूक दर्शक बना हुआ है, जबकि कई जगहों पर केंद्रीय बलों का दुरुपयोग किया जा रहा है, जो टीएमसी मतदाताओं को खुलेआम डराने और एक पार्टी के पक्ष में मतदान करने के लिए कई लोगों को प्रभावित कर रहे हैं.’ इसके अलावा ममता बनर्जी ने कहा, ‘जब तक सीआरपीएफ भाजपा के लिए काम करना बंद नहीं करती, तब तक उसके हस्तक्षेप के खिलाफ बोलती रहूंगी.’
चुनाव आयोग (Election Commission) की ओर से ममता बनर्जी को दूसरी बार नोटिस मिला है. इससे पहले 7 अप्रैल को चुनाव आयोग ने मुस्लिमों से वोट करने की अपील को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी नोटिस जारी किया था और 48 घंटे में जवाब देने के लिए कहा था. टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी के पास नोटिस पर जवाब देने के लिए आज आखिरी दिन है.
चुनाव आयोग ने 48 घंटे में मांगा था जवाब
ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने रायदिघी की एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए मुस्लिमों से वोट न बांटने की बात कहते हुए तृणमूल कांग्रेस (TMC) के पक्ष में एकजुट होकर मतदान की अपील की थी. इसके बाद पीएम मोदी ने बंगाल की एक रैली में कहा कि अगर हम हिंदू वोटर्स से एकजुट होने की बात कह देते तो चुनाव आयोग के नोटिस आ जाते. पीएम मोदी की इस टिप्पणी के बाद बीजेपी ने चुनाव आयोग से इसकी शिकायत कर दी. इसके बाद चुनाव आयोग ने बुधवार (7 अप्रैल) को ममता बनर्जी को नोटिस जारी कर 48 घंटे के अंदर जवाब मांगा.
10 अप्रैल को 44 सीटों पर डाले जाएंगे वोट
बता दें कि पश्चिम बंगाल में शनिवार (10 अप्रैल) को 5 जिलों की 44 विधान सभा सीटों पर वोट डाले जाएंगे. इससे पहले 27 अप्रैल को 30 सीटों पर वोट डाले गए थे और 79.79 प्रतिशत वोटर्स ने मताधिकार का प्रयोग किया था. 1 अप्रैल को दूसरे चरण 30 सीटों पर मतदान प्रतिशत 80.43 फीसद रहा था. वही 6 अप्रैल को तीसरे चरण में 30 सीटों पर 77.68 फीसदी मतदान हुआ था.