नई दिल्ली । भारतीय वेटलिफ्टिंग की स्टार खिलाड़ी मीराबाई चानू ने एक बार फिर अपने शानदार प्रदर्शन से देश का नाम रोशन किया है। वर्ल्ड वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में उन्होंने सिल्वर मेडल जीतकर भारत को गर्व का पल दिया। मीराबाई ने अपनी ताकत, तकनीक और मानसिक दृढ़ता का परिचय देते हुए यह उपलब्धि हासिल की।
नॉर्वे के फोर्डे में आयोजित वर्ल्ड वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में भारत की स्टार वेटलिफ्टर मीराबाई चानू ने 48kg कैटेगरी में सिल्वर मेडल हासिल किया है। मीराबाई ने कुल 199kg (84 किग्रा स्नैच + 115 किग्रा क्लीन एंड जर्क) वजन उठाकर यह मेडल अपने नाम किया।
स्नैच में वह 87kg के दो प्रयासों में असफल रहीं। क्लीन एंड जर्क में उन्होंने शानदार वापसी की और अपने तीनों प्रयास (109 किग्रा, 112 किग्रा और 115 किग्रा) आसानी से पूरे किए। खास बात यह है कि मीराबाई ने आखिरी बार 115kg का वजन 2021 टोक्यो ओलिंपिक में उठाया था, जहां उन्होंने सिल्वर मेडल जीता था।
उत्तर कोरिया की रि सोंग गुम चैंपियन बनीं प्रतियोगिता का गोल्ड मेडल उत्तर कोरिया की रि सोंग गुम के नाम रहा। उन्होंने 213kg (91 किग्रा स्नैच + 122 किग्रा क्लीन एंड जर्क) उठाकर नया वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाए। उनके अंतिम दो प्रयास 120kg और 122kg वेट उठाया। इस मुकाबले का ब्रॉन्ज मेडल थाईलैंड की थनयाथोन सुक्चारो ने जीता। उन्होंने 198 किग्रा (88 + 110kg) वजन उठाकर ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया।
चानू का वर्ल्ड चैंपियनशिप में तीसरा मेडल मीराबाई का वर्ल्ड चैंपियनशिप में तीसरा मेडल है। 2017 में वह वर्ल्ड चैंपियन रह चुकी हैं और 2022 में भी उन्होंने सिल्वर मेडल जीता था।
49kg कैटेगरी से 48kg में शिफ्ट हुई हैं चानू 31 साल की चानू पहले 49 किलो वर्ग में वेटलिफ्टिंग करती थी। हालांकि, 2024 के पेरिस ओलिंपिक में 49 किलो वर्ग हटा दिया गया, जिस वजह से उन्हें 48 किलो वर्ग में शिफ्ट होना पड़ा।