ईवीएम विवाद: ‘मोबाइल OTP की मदद से ईवीएम अनलॉक नहीं कर सकते’; जिला चुनाव अधिकारी ने स्पष्ट किया विवाद
नई दिल्ली: हाल ही में उठे ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) विवाद के बीच, जिला चुनाव अधिकारी ने स्पष्ट किया है कि मोबाइल OTP (वन-टाइम पासवर्ड) की मदद से ईवीएम को अनलॉक करना संभव नहीं है। इस बयान के माध्यम से उन्होंने उन सभी अफवाहों और गलतफहमियों को खत्म करने की कोशिश की है, जो चुनावी प्रक्रिया की विश्वसनीयता पर सवाल उठा रही थीं।
विवाद का प्रकट होना
कुछ समय पहले, सोशल मीडिया पर यह दावा किया जा रहा था कि ईवीएम को मोबाइल OTP की सहायता से अनलॉक किया जा सकता है, जिससे चुनाव प्रक्रिया में धांधली की संभावना बढ़ जाती है। इस दावे ने जनता के बीच भय और संदेह उत्पन्न कर दिया, जिससे चुनाव आयोग की साख पर भी सवाल उठने लगे।
जिला चुनाव अधिकारी का बयान
जिला चुनाव अधिकारी ने स्पष्ट रूप से कहा कि ईवीएम की सुरक्षा व्यवस्था बहुत ही मजबूत और सुरक्षित है। उन्होंने कहा, “ईवीएम को अनलॉक करने के लिए किसी भी प्रकार के मोबाइल OTP का उपयोग नहीं किया जा सकता। ईवीएम की सुरक्षा प्रणाली में ऐसे किसी भी अनधिकृत तरीके से हस्तक्षेप की कोई संभावना नहीं है।”
ईवीएम की सुरक्षा प्रणाली
ईवीएम की सुरक्षा प्रणाली कई स्तरों पर बनी होती है। इसमें हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर दोनों स्तरों पर मजबूत सुरक्षा उपाय किए गए हैं। ईवीएम को अनलॉक करने के लिए विशिष्ट कोड और सुरक्षा प्रोटोकॉल की आवश्यकता होती है, जो केवल अधिकृत चुनाव अधिकारियों के पास होते हैं। इसके अलावा, ईवीएम का डिजाइन इस तरह से किया गया है कि उसमें किसी भी बाहरी उपकरण या तकनीक से छेड़छाड़ संभव नहीं है।
चुनाव आयोग की सख्त निगरानी
चुनाव आयोग ने भी इस मामले पर ध्यान देते हुए स्पष्ट किया कि ईवीएम की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए गए हैं। आयोग ने बताया कि प्रत्येक ईवीएम को कड़ी निगरानी और परीक्षण के बाद ही चुनावी प्रक्रिया में उपयोग किया जाता है। इसके अलावा, चुनाव के दौरान ईवीएम की सुरक्षा और निगरानी के लिए विशेष टीमों का गठन किया जाता है।
जनता की आशंका
इस विवाद के कारण जनता में ईवीएम की विश्वसनीयता को लेकर कुछ आशंकाएं उत्पन्न हुई थीं। हालांकि, जिला चुनाव अधिकारी और चुनाव आयोग द्वारा दी गई स्पष्टीकरण ने इन आशंकाओं को दूर करने में मदद की है। अधिकारियों ने जनता से अपील की है कि वे किसी भी प्रकार की अफवाहों पर ध्यान न दें और चुनावी प्रक्रिया पर विश्वास रखें।
निष्कर्ष
ईवीएम विवाद को लेकर जिला चुनाव अधिकारी के स्पष्ट बयान ने चुनावी प्रक्रिया की सुरक्षा और विश्वसनीयता को पुनः स्थापित किया है। उन्होंने स्पष्ट किया है कि ईवीएम को अनलॉक करने के लिए मोबाइल OTP का उपयोग नहीं किया जा सकता, और ईवीएम की सुरक्षा प्रणाली बहुत ही मजबूत है। चुनाव आयोग द्वारा उठाए गए कदम और अधिकारियों के स्पष्टीकरण ने जनता की आशंकाओं को दूर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इससे यह सुनिश्चित होता है कि भारतीय चुनावी प्रक्रिया पारदर्शी, निष्पक्ष और सुरक्षित है।