विराट कोहली 15 साल बाद विजय हजारे ट्रॉफी में वापसी: घरेलू क्रिकेट में नई ऊर्जा का संचार

0

नई दिल्ली,  भारतीय क्रिकेट इतिहास में विराट कोहली की पहचान सिर्फ एक अंतरराष्ट्रीय सुपरस्टार के रूप में नहीं, बल्कि एक ऐसे खिलाड़ी के रूप में भी है जो हर मंच पर अपने खेल का श्रेष्ठतम प्रदर्शन देता है। ऐसे में 15 साल बाद उनकी विजय हजारे ट्रॉफी में वापसी पूरे भारतीय क्रिकेट जगत के लिए उत्साह और उम्मीदों से भरी खबर है।
यह केवल एक भागीदारी नहीं बल्कि घरेलू क्रिकेट के महत्व को फिर से स्थापित करने वाला कदम भी माना जा रहा है।

विराट कोहली 15 साल बाद घरेलू विजय हजारे ट्रॉफी में खेलेंगे। उन्होंने फोन पर DDCA को इसकी जानकारी दी। रिपोर्ट्स के अनुसार, रांची में फिटनेस पर कोहली के बयान के बाद BCCI के एक सीनियर अधिकारी ने विराट को विजय हजारे खेलने के लिए मनाया।

पहले वनडे के बाद विराट ने कहा था- ‘मुझे पता है कब आराम करना है और कब खेलना है।’ उन्होंने कहा था कि वे मैच से पहले एक दिन का ब्रेक लेते हैं, क्योंकि अब 37 साल की उम्र में रिकवरी के लिए समय की भी जरूरत होती है।

कोहली ने विजय हजारे ट्रॉफी में पिछला मैच फरवरी 2010 में सर्विसेज के खिलाफ खेला था। टूर्नामेंट 24 दिसंबर से अहमदाबाद में शुरू होगा। कोहली अब टीम इंडिया के लिए सिर्फ वनडे फॉर्मेट में खेलते हैं। वे टी-20 क्रिकेट से 29 जून 2024 और टेस्ट से 12 मई 2025 को रिटायर हो चुके हैं।

विराट कोहली 15 साल बाद घरेलू विजय हजारे ट्रॉफी में खेलेंगे। उन्होंने फोन पर DDCA को इसकी जानकारी दी। रिपोर्ट्स के अनुसार, रांची में फिटनेस पर कोहली के बयान के बाद BCCI के एक सीनियर अधिकारी ने विराट को विजय हजारे खेलने के लिए मनाया।

पहले वनडे के बाद विराट ने कहा था- ‘मुझे पता है कब आराम करना है और कब खेलना है।’ उन्होंने कहा था कि वे मैच से पहले एक दिन का ब्रेक लेते हैं, क्योंकि अब 37 साल की उम्र में रिकवरी के लिए समय की भी जरूरत होती है।

कोहली ने विजय हजारे ट्रॉफी में पिछला मैच फरवरी 2010 में सर्विसेज के खिलाफ खेला था। टूर्नामेंट 24 दिसंबर से अहमदाबाद में शुरू होगा। कोहली अब टीम इंडिया के लिए सिर्फ वनडे फॉर्मेट में खेलते हैं। वे टी-20 क्रिकेट से 29 जून 2024 और टेस्ट से 12 मई 2025 को रिटायर हो चुके हैं।

विराट कोहली का 15 साल बाद विजय हजारे ट्रॉफी में उतरना भारतीय क्रिकेट के लिए नई ऊर्जा लेकर आया है। यह एक ऐसा फैसला है जो खिलाड़ियों, फैंस और पूरे घरेलू ढांचे को लाभ देने वाला सिद्ध होगा।
यह केवल वापसी नहीं, बल्कि घरेलू क्रिकेट का सम्मान और उसका महत्व पुनः स्थापित करने का क्षण है।

Leave A Reply

Your email address will not be published.