नई दिल्ली, सीरीज़ के आखिरी और निर्णायक वनडे मुकाबले में वेस्टइंडीज की टीम महज 161 रन पर ऑलआउट हो गई। सीरीज़ के अहम मोड़ पर टीम की यह कमजोर बल्लेबाज़ी उसके लिए भारी पड़ गई। मैच की शुरुआत से ही कंडीशन्स बल्लेबाज़ी के अनुकूल नहीं थीं, लेकिन फिर भी वेस्टइंडीज की पारी में वह जुझारूपन नजर नहीं आया जिसकी उम्मीद एक बड़े मुकाबले में की जाती है।
शनिवार (22 नवंबर) को हेमिल्टन के सेड्डन पार्क में वेस्टइंडीज और न्यूजीलैंड के बीच तीसरा वनडे मुकाबला खेला जा रहा है। वेस्टइंडीज ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी चुनी और न्यूजीलैंड के सामने 162 रनों का लक्ष्य रखा। पहले दो मैच जीतकर सीरीज पहले ही अपने नाम कर चुकी न्यूजीलैंड टीम अब 3-0 की क्लीन स्वीप के बेहद करीब है।
2020 से अब तक न्यूजीलैंड घर में सिर्फ 2 वनडे हारा न्यूजीलैंड ने 2020 से अब तक घरेलू वनडे में शानदार प्रदर्शन किया है और इस अवधि में वह सिर्फ दो वनडे मैच हारा है। लगातार घरेलू वनडे सीरीज जीतने के मामले में वह विश्व में दूसरे स्थान पर है। दक्षिण अफ्रीका ने 17 लगातार सीरीज जीती हैं, जबकि न्यूजीलैंड अब 11 लगातार घरेलू सीरीज जीत चुका है।
न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाजों का कहर-8 विकेट इस मुकाबले में न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाजों ने वेस्टइंडीज की बैटिंग पूरी तरह ध्वस्त कर दी। मैट हेनरी ने बेहतरीन गेंदबाज़ी करते हुए 4 विकेट लेकर 43 रन दिए। उनके अलावा काइल जेमिसन, जैकब डफी और ज़ैक फोल्क्स ने मिलकर 4 विकेट चटकाए। जैक फोल्क्स को नाथन स्मिथ की जगह मौका मिला था, जो हैमस्ट्रिंग चोट के कारण टीम से बाहर हो गए थे।
सीरीज़ पर असर: निर्णायक मुकाबले में लड़खड़ाई विंडीज़
इस हार ने वेस्टइंडीज की सीरीज़ जीतने की उम्मीदों पर पानी फेर दिया।
-
आखिरी मैच में बैटिंग का इस तरह ढह जाना टीम के आत्मविश्वास पर भी सवाल खड़ा करता है।
-
वेस्टइंडीज के लिए यह मैच एक सीख भी है कि बड़े मौकों पर संयम, सधा हुआ प्रदर्शन और बड़ी साझेदारियों की कितनी अहमियत होती है।