नई दिल्ली, 17 नवम्बर 2025 । पाकिस्तानी रैपर तल्हा अंजुम ने हाल में काठमांडू, नेपाल के एक कॉन्सर्ट में एक ऐसा कदम उठाया है जिसने सिर्फ संगीत जगत में ही नहीं, सोशल मीडिया और राजनैतिक चर्चाओं में भी हलचल मचा दी है। उन्होंने मंच पर आते ही एक भारतीय तिरंगे को लिया, उसे अपने कंधों पर ओढा और फिर गर्व से लहराया — इस कार्रवाई ने उनके संदेश की गहराई को उजागर किया: “कलाकारों की सीमाएं नहीं होती।”
पाकिस्तानी रैपर तल्हा अंजुम ने हाल में काठमांडू, नेपाल के एक कॉन्सर्ट में एक ऐसा कदम उठाया है जिसने सिर्फ संगीत जगत में ही नहीं, सोशल मीडिया और राजनैतिक चर्चाओं में भी हलचल मचा दी है। उन्होंने मंच पर आते ही एक भारतीय तिरंगे को लिया, उसे अपने कंधों पर ओढा और फिर गर्व से लहराया — इस कार्रवाई ने उनके संदेश की गहराई को उजागर किया: “कलाकारों की सीमाएं नहीं होती।”
क्या है विवाद की वजह
तल्हा अंजुम ने 16 नवंबर को नेपाल में परफॉर्मेंस दी थी। वो मंच पर रैप कर रहे थे, तभी भीड़ में खड़े एक फैन ने उन्हें तिरंगा फेंककर दिया।
तल्हा ने वो तिरंगा गले में लपेट लिया और गाना जारी रखा। वो लगातार तिरंगा संभालते हुए परफॉर्म करते रहे। गाना खत्म करने के बाद उन्होंने तिरंगा अच्छी तरह थामा और फैंस को दिखाया।
जहां एक तरफ तल्हा अंजुम के इंडियन फैंस उनके इस एक्ट की जमकर तारीफें कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ तिरंगा थामने पर उनके पाकिस्तान फैंस जमकर आलोचना कर रहे हैं।
बता दें कि तल्हा अंजुम की भारत में अच्छी फैन फॉलोविंग है, हालांकि पहलगाम आतंकी हमले के बाद सभी पाकिस्तानी कलाकारों के साथ-साथ तल्हा का अकाउंट भी भारत में रिस्ट्रिक्ट कर दिया गया है। इस बैन से सिंगर के यूट्यूब अकाउंट में व्यूज काफी कम हो गए थे।
तल्हा अंजुम का वह पल — नेपाल के मंच पर तिरंगा लहराना — सांस्कृतिक सीमाओं को फिर से परिभाषित करता है। यह सिर्फ एक दृश्य नहीं, बल्कि एक विचार है: कि कला नफ़रत से ऊपर हो सकती है, और कलाकारों को अपनी आवाज़ से उन तरीकों से जोड़ना चाहिए जो बड़े पैमाने पर सकारात्मक परिवर्तन ला सकें। चाहे आलोचना हो या प्रशंसा — उनका तिरंगा झंडा एक झटका है, एक सवाल है, और एक संदेश है जिसे वे पूरे विश्वास के साथ देने को तैयार हैं।