नई दिल्ली, भारत और साउथ अफ्रीका के बीच क्रिकेट का रिश्ता हमेशा से ही रोमांच, संघर्ष और सम्मान से भरा रहा है। दोनों टीमों के बीच कई ऐसे मुकाबले हुए हैं जिन्होंने क्रिकेट इतिहास में सुनहरी यादें छोड़ दीं। आइए जानते हैं भारत और साउथ अफ्रीका के बीच हुए 5 सबसे दिलचस्प किस्से, जिन्होंने इस रIVALRY को खास बनाया।
1. दक्षिण अफ्रीका की वापसी और 1991 की ऐतिहासिक सीरीज़
साउथ अफ्रीका पर 1970 में रंगभेद नीति के कारण अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से प्रतिबंध लगा दिया गया था। करीब 21 साल बाद, 1991 में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने उन्हें भारत दौरे पर आमंत्रित किया। यह क्रिकेट इतिहास का एक ऐतिहासिक पल था, जब साउथ अफ्रीका ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी की। कप्तान क्लाइव राइस की अगुवाई में आई टीम का भारत में जोरदार स्वागत हुआ। यह दौरा खेल भावना और भाईचारे का प्रतीक बन गया।
2. कोलकाता का करिश्मा – 2010 का दूसरा टेस्ट
2010 में ईडन गार्डन्स में खेला गया टेस्ट मुकाबला भारतीय क्रिकेट इतिहास के सबसे यादगार मैचों में गिना जाता है। साउथ अफ्रीका पहली पारी में 296 रन पर आउट हुई, जिसके बाद भारत ने वीरेंद्र सहवाग और वीवीएस लक्ष्मण के शानदार प्रदर्शन से 643/6 घोषित किए। अंतिम दिन साउथ अफ्रीका की टीम एक समय ड्रॉ की ओर बढ़ रही थी, लेकिन हरभजन सिंह ने अंतिम ओवरों में विकेट झटके और भारत ने मैच 57 रन से जीत लिया। यह जीत टीम इंडिया की टेस्ट रैंकिंग में नंबर 1 बने रहने के लिए निर्णायक थी।
3. जोहान्सबर्ग टेस्ट 2006 – जब राहुल द्रविड़ ने इतिहास रचा
दिसंबर 2006 में भारत ने पहली बार साउथ अफ्रीकी धरती पर टेस्ट मैच जीता। राहुल द्रविड़ की कप्तानी में भारत ने जोहान्सबर्ग टेस्ट में शानदार प्रदर्शन किया। श्रीसंत की घातक गेंदबाज़ी (8 विकेट) ने साउथ अफ्रीकी बल्लेबाजों को बैकफुट पर धकेल दिया और भारत ने यह मैच 123 रन से अपने नाम किया। यह जीत भारतीय क्रिकेट के आत्मविश्वास को नई ऊंचाई पर ले गई।
4. सचिन तेंदुलकर का डेजर्ट स्टॉर्म और केपटाउन में संघर्ष
1996–97 के दौरान केपटाउन में खेले गए टेस्ट में सचिन तेंदुलकर और मोहम्मद अज़हरुद्दीन ने मिलकर 222 रनों की यादगार साझेदारी की थी। उस समय टीम मुश्किल में थी, लेकिन तेंदुलकर ने जांबाज़ी से बल्लेबाज़ी की। यह साझेदारी भारत के लिए ‘डेजर्ट स्टॉर्म’ की तरह थी, जिसने साउथ अफ्रीकी पेस अटैक को चुनौती दी और भारतीय बल्लेबाजी की मजबूती का परिचय दिया।
5. वर्ल्ड कप 2011 में नागपुर का रोमांच
2011 विश्व कप में नागपुर में भारत और साउथ अफ्रीका का मुकाबला क्रिकेट प्रेमियों के लिए सांस रोक देने वाला था। भारत ने वीरेंद्र सहवाग और सचिन तेंदुलकर की धुआंधार बल्लेबाज़ी से शानदार शुरुआत की थी, लेकिन डेल स्टेन की घातक गेंदबाज़ी ने मैच का पासा पलट दिया। अंतिम ओवरों में रॉबिन पीटरसन ने धमाकेदार शॉट्स लगाए और साउथ अफ्रीका ने भारत को 3 विकेट से हराया। यह मैच आज भी विश्व कप इतिहास के सबसे रोमांचक मुकाबलों में गिना जाता है।
भारत और साउथ अफ्रीका की क्रिकेट रIVALRY में कभी आक्रामकता, कभी सम्मान और हमेशा अद्भुत खेल भावना देखने को मिली है। चाहे वह सचिन तेंदुलकर की महान पारियां हों, राहुल द्रविड़ की कप्तानी, या हरभजन सिंह की स्पिन का जादू — हर मैच ने दोनों देशों के क्रिकेट इतिहास में नई कहानी लिखी है। आने वाले समय में भी यह मुकाबला क्रिकेट प्रेमियों के लिए यादगार पल लेकर आता रहेगा।