थरूर बोले– “आडवाणी को एक घटना तक सीमित करना सही नहीं”, BJP विरोध के बावजूद उनके योगदान का ज़िक्र
नई दिल्ली, 10 नवम्बर 2025 । कांग्रेस नेता शशि थरूर ने भारतीय राजनीति से जुड़ा बड़ा बयान देते हुए कहा कि भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को केवल एक घटना या एक दौर तक सीमित कर देना उचित नहीं है। थरूर का यह बयान उस राजनीतिक बहस के बाद सामने आया जिसमें कई दलों और सोशल मीडिया यूज़र्स ने आडवाणी को केवल विवादित घटनाओं तक याद किए जाने की टिप्पणी की थी।
कांग्रेस पार्टी ने पार्टी सांसद शशि थरूर ने भाजपा के सीनियर लीडर लाल कृष्ण आडवाणी के बयान से अलग किया है। थरूर ने कहा था- लालकृष्ण आडवाणी को एक घटना (1990 रथ यात्रा) तक सीमित कर आंकना सही नहीं है।
पार्टी प्रवक्ता पवन खेड़ा ने रविवार को कहा- हमेशा की तरह डॉ. शशि थरूर अपनी बात खुद ही रखते हैं और कांग्रेस उनके बयान से पूरी तरह अलग है। कांग्रेस सांसद और कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्य के रूप में उनका ऐसा कहना कांग्रेस की विशिष्ट लोकतांत्रिक और उदारवादी भावना को दर्शाता है।
शशि थरूर ने कहा कि आडवाणी बहुआयामी व्यक्तित्व वाले नेता रहे हैं—
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लंबे समय तक संगठन की कमान संभाली
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विदेशी नीति, लोकतंत्र और संसदीय परंपराओं पर गहरी समझ
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राजनीतिक बहस के स्तर को ऊँचा करने वाले नेता
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और संसद में शिष्टाचार तथा तर्कपूर्ण संवाद के पक्षधर
थरूर ने यह भी कहा कि विचारधारा का मतभेद होना स्वाभाविक है, लेकिन किसी नेता के जीवन और कार्यों का मूल्यांकन केवल एक घटना के आधार पर करना अन्याय है। राजनीति में विरोध होना स्वस्थ है, लेकिन इतिहास लिखते समय न्यायपूर्ण दृष्टिकोण होना चाहिए।
सुप्रीम कोर्ट के वकील ने थरूर के बयान का विरोध किया
थरूर की पोस्ट पर सुप्रीम कोर्ट के वकील संजय हेगड़े ने विरोध जताया। उन्होंने X पोस्ट में लिखा- माफ कीजिए श्रीमान थरूर, इस देश में ‘घृणा के बीज’ (खुशवंत सिंह के शब्दों में) फैलाना जनसेवा नहीं है। साथ ही हेगड़े ने राम जन्मभूमि आंदोलन में आडवाणी की भूमिका का भी जिक्र किया।