ऑस्ट्रेलिया में कभी टी-20 सीरीज नहीं हारा भारत – एक अलग फोकस

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नई दिल्ली, टी-20 क्रिकेट में भारत और ऑस्ट्रेलिया की टक्कर हमेशा धाकड़ रही है, लेकिन कंगारू धरती पर भारत का रिकॉर्ड कुछ ऐसा है जिस पर दुनिया की कोई भी टीम गर्व नहीं कर सकती—क्योंकि ऑस्ट्रेलिया में भारत अब तक कभी भी टी-20 सीरीज नहीं हारा। यह सिर्फ एक सांख्यिकीय उपलब्धि नहीं, बल्कि आधुनिक क्रिकेट में भारतीय दबदबे और मानसिक मजबूती का सबूत है।

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच टी-20 सीरीज का पांचवां और आखिरी मैच आज ब्रिस्बेन के द गाबा स्टेडियम में खेला जाएगा। मुकाबला दोपहर 1.45 बजे शुरू होगा, जिसका टॉस दोपहर 1.15 बजे होगा। भारत ने ऑस्ट्रेलिया में कभी टी-20 सीरीज नहीं गंवाई है, आज टीम के पास तीसरी बार सीरीज जीतने का मौका है।

ऑलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल ने इंजरी से उभरने के बाद चौथे टी-20 से वापसी की थी। वे आज का मुकाबला भी खेलेंगे। 5 टी-20 की सीरीज में भारत 2-1 से आगे है। पहला मैच बेनतीजा रहा था।

टी-20 में ऑस्ट्रेलिया पर हावी है टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच अब तक 36 टी-20 खेले गए। 22 में भारत और महज 12 में ऑस्ट्रेलिया को जीत मिली। ऑस्ट्रेलिया में दोनों ने 16 मैच खेले, 9 में भारत और 5 में ऑस्ट्रेलिया को जीत मिली। सीरीज का दूसरा मैच ऑस्ट्रेलिया ने जीता था। भारत ने तीसरे और चौथे मुकाबले को जीतकर सीरीज में अजेय बढ़त बना ली।

अभिषेक दिला रहे तूफानी शुरुआत टी-20 सीरीज के सभी मैचों में भारत को अभिषेक शर्मा ने तूफानी शुरुआत दिलाई है। वे 4 मुकाबलों में 159.09 के स्ट्राइक रेट से 140 रन बना चुके हैं। वरुण चक्रवर्ती 5 विकेट लेकर टीम के टॉप गेंदबाज बने हुए हैं। प्लेइंग-11 में बदलाव होने की संभावना कम ही है। एक्सपेरिमेंट के लिए शुभमन गिल की जगह संजू सैमसन से ओपनिंग कराई जा सकती है। शुभमन को 14 नवंबर से साउथ अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज भी खेलना है, ऐसे में उन्हें आराम दिया जा सकता है।

अभिषेक दिला रहे तूफानी शुरुआत टी-20 सीरीज के सभी मैचों में भारत को अभिषेक शर्मा ने तूफानी शुरुआत दिलाई है। वे 4 मुकाबलों में 159.09 के स्ट्राइक रेट से 140 रन बना चुके हैं। वरुण चक्रवर्ती 5 विकेट लेकर टीम के टॉप गेंदबाज बने हुए हैं। प्लेइंग-11 में बदलाव होने की संभावना कम ही है। एक्सपेरिमेंट के लिए शुभमन गिल की जगह संजू सैमसन से ओपनिंग कराई जा सकती है। शुभमन को 14 नवंबर से साउथ अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज भी खेलना है, ऐसे में उन्हें आराम दिया जा सकता है।

आने वाले सालों में टी-20 वर्ल्ड कप, द्विपक्षीय सीरीज और फन मैचों में भारत की यही अपराजित छाप दुनिया के सामने बनी रहेगी। अब भारत सिर्फ खेलने नहीं, बल्कि हर मैदान पर जीत की उम्मीद के साथ उतरता है।
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