राहुल गांधी का आरोप – “हरियाणा की तरह बिहार में भी ऑपरेशन सरकार चोरी चल रहा है”
बिहार, 05 नवम्बर 2025 । कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में सत्तारूढ़ भाजपा पर गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि जिस तरह हरियाणा में चुनी हुई सरकार को तोड़ने की कोशिश की गई, अब उसी तरह बिहार में भी ‘ऑपरेशन सरकार चोरी’ चल रहा है।
राहुल गांधी ने कहा कि बिहार की जनता ने लोकतांत्रिक तरीके से जो सरकार चुनी है, उसे “पैसे, दबाव और धमकी” के जरिए अस्थिर करने की कोशिश हो रही है। उनके अनुसार, यह राजनीतिक खरीद-फरोख्त लोकतंत्र पर हमला है, और चुनी हुई सरकारों को गिराने का यह तरीका देश के संविधान की भावना के खिलाफ है।
उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्षी दलों के नेताओं पर प्रवर्तन निदेशालय (ED), CBI और अन्य एजेंसियों का दुरुपयोग कर दबाव बनाया जा रहा है ताकि सरकार बदली जा सके। राहुल गांधी ने कहा कि जनता ने जिस जनादेश के साथ बिहार में गठबंधन को चुना, उसे दरकिनार कर सत्ता हथियाने का प्रयास किया जा रहा है।
बिहार में पहले फेज की 121 सीटों पर कल वोटिंग होनी है। इससे एक दिन पहले राहुल गांधी ने आरोप लगाया है कि राज्य में ऑपरेशन सरकार चोरी चलाया जा रहा है। राहुल ने बिहार के 5 वोटरों को मंच पर बुलाया। सभी ने कहा कि उनके नाम वोटर लिस्ट से काट दिए गए हैं।
राहुल ने वोटर वैरिफिकेशन पर 1 घंटा 20 मिनट लंबी प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने बताया कि हरियाणा में 3.5 लाख वोटर्स का नाम लिस्ट से काट दिया गया था। बिहार में भी यही दोहराया जा रहा है। चुनाव से ठीक पहले वोटर लिस्ट दी जाती है, ताकि लोकतंत्र को मारा जा सके।
उन्होंने अपने प्रजेंटेशन में हरियाणा की वोटर लिस्ट दिखाते हुए कहा कि ब्राजील की एक मॉडल ने हरियाणा चुनाव के दौरान 10 बूथ पर 22 बार वोट डाला। इस तरह हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 में 25 लाख वोटों की चोरी हुई।
राहुल ने सबसे पहले हरियाणा सीएम नायब सिंह सैनी का वीडियो दिखाया। राहुल ने कहा कि 2024 इलेक्शन रिजल्ट के दो दिन पहले सीएम ने एक बाइट दी, जिसमें उन्होंने व्यवस्था का जिक्र किया। अब ये व्यवस्था क्या है। इसके बाद जो रिजल्ट आया हरियाणा में कांग्रेस चुनाव हार गई।
वहीं भाजपा की ओर से राहुल गांधी के आरोपों को “रोज़ का पुराना बयान” कहते हुए खारिज कर दिया गया। भाजपा नेताओं का कहना है कि विपक्ष अपनी आंतरिक टूट को छिपाने के लिए केंद्र पर आरोप लगा रहा है।
राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि बिहार की राजनीतिक स्थिति पहले ही अस्थिर है और ऐसे आरोप आने वाले महीनों में राजनीति को और गर्म कर सकते हैं, खासकर तब जब कई राज्यों में चुनाव होने वाले हैं।