नई दिल्ली, 4 अक्तूबर 2025 । अमेरिका में राजनीतिक गतिरोध अपने चरम पर पहुंच गया है। पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प, जो अब रिपब्लिकन पार्टी के प्रभावी चेहरों में से एक हैं, चौथी बार भी फंडिंग बिल पास कराने में असफल रहे। इसके परिणामस्वरूप देश में आंशिक सरकारी शटडाउन जारी है, जिससे लाखों सरकारी कर्मचारियों और सेवाओं पर गंभीर असर पड़ा है।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प शुक्रवार को लगातार चौथी बार फंडिंग बिल पास नहीं करा पाए हैं। इससे अमेरिका में जारी शटडाउन का चौथा दिन शुरू हो गया है। सीनेट में रिपब्लिकन समर्थित बिल को 54 वोट मिले, जबकि पास होने के लिए 60 वोट जरूरी थे।
वोटिंग के बाद विपक्षी डेमोक्रेट्स सांसद हॉल छोड़कर चले गए। दरअसल, डेमोक्रेट्स चाहते हैं कि कोविड के समय दी गई टैक्स क्रेडिट्स (हेल्थ केयर सब्सिडी) बढ़ाई जाए। जिससे लाखों अमेरिकियों को सस्ता स्वास्थ्य बीमा मिल सके।
अमेरिका में मंगलवार को वोटिंग के बाद बुधवार से शटडाउन लागू हुआ था। यहां, सरकारी संस्थान फिलहाल बंद हैं। NBC के मुताबिक, सीनेट (ऊपरी सदन) सोमवार से पहले कोई वोटिंग नहीं करेगा। हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव्स (निचला सदन) भी अगले हफ्ते की सभी वोटिंग 14 अक्टूबर तक के लिए रद्द कर चुका है।
यानी अब अमेरिका में 14 अक्टूबर तक शटडाउन रहने की आशंका है। वहीं, अमेरिकी सरकार ने करीब साढ़े 7 लाख सरकारी कर्मचारियों को छुट्टी (फरलो) पर भेज दिया गया है। इनमें से 3 लाख की छंटनी भी हो सकती है।
बिल पास होने के लिए ट्रम्प को डेमोक्रेट्स का समर्थन जरूरी
100 सदस्यों वाली सीनेट में 53 रिपब्लिकन और 47 डेमोक्रेट हैं। 2 निर्दलीय सांसद बिल का समर्थन कर चुके हैं।
रिपब्लिकन पार्टी के लिए डेमोक्रेट्स का समर्थन जरूरी है, लेकिन फिलहाल वे बिल के पक्ष में वोट देने को राजी नहीं हैं।
रिपब्लिनक नेता जॉन थ्यून का आरोप है कि डेमोक्रेट्स ने कट्टर समर्थकों के दबाव में आकर सरकार को बंद कर दिया। सेना, बॉर्डर एजेंट और एयर ट्रैफिक कंट्रोलर बिना वेतन काम कर रहे हैं।
वहीं डेमोक्रेट नेता चक शूमर कह चुके हैं कि ट्रम्प अमेरिका के हेल्थ केयर प्रोग्राम को सिक्योर करने से इनकार कर रहे हैं और शटडाउन के लिए जिम्मेदार हैं।