IAF चीफ बोले: भारतीय जेट गिराने के दावे सिर्फ मनोहर कहानियां
नई दिल्ली, 3 अक्तूबर 2025 । भारतीय वायु सेना (IAF) के प्रमुख ने हाल ही में एक अहम बयान देते हुए कहा कि हाल में कुछ मीडिया और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सामने आए भारतीय जेट विमान गिराने के दावे वास्तविकता पर आधारित नहीं हैं और इन्हें केवल “मनोहर कहानियां” कहा जा सकता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि भारतीय वायु सेना पूरी तरह तैयार और सतर्क है, और देश की हवाई सीमाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए निरंतर निगरानी और तैयारियों में लगी हुई है।
वायुसेना प्रमुख एयरचीफ मार्शल एपी सिंह ने शुक्रवार को कहा कि पाकिस्तान की तरफ से भारत के जेट गिराने के दावे सिर्फ मनोहर कहानियां जैसे हैं। अगर उनके पास कोई सबूत हैं तो दिखाएं। भारत ने उनके पांच फाइटर जेट तबाह किए हैं, जिसमें F16 और J17 भी शामिल है।
ऑपरेशन सिंदूर को लेकर एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने कहा कि भारतीय सेना ने पाकिस्तान में 300 किमी अंदर घुसकर हमला किया। पहलगाम अटैक के बाद हमने तय किया कि उन्हें इसकी कीमत चुकानी ही होगी। सेना को खुली छूट दी गई थी। हमने सटीकता से हमला किया। बाद में पाकिस्तान खुद युद्धविराम के लिए आगे आया।
यह दूसरी बार है, जब एयरफोर्स चीफ ने पाकिस्तान के हुए नुकसान की जानकारी दी। इससे पहले 9 अगस्त को उन्होंने बताया था कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान के 5 लड़ाकू विमान गिराए गए थे। इसके अलावा एक सर्विलांस एयरक्राफ्ट को लगभग 300 किलोमीटर की दूरी से मार गिराया। यह सतह से हवा में टारगेट हिटिंग का अभी तक का रिकॉर्ड है।
9 अगस्त को एयरफोर्स चीफ बोले थे- सेना को खुली छूट दी गई थी 9 अगस्त को एयरफोर्स चीफ ने कहा था कि सफलता का एक प्रमुख कारण राजनीतिक इच्छाशक्ति का होना था। हमें बहुत स्पष्ट निर्देश दिए गए थे। हमें खुली छूट थी। हमने तय किया कि कितना आगे बढ़ना है। हमें योजना बनाने और उसे लागू करने की पूरी आजादी थी। तीनों सेनाओं के बीच कोऑर्डिनेशन था। CDS के पद ने वास्तव में अंतर पैदा किया। वह हमें एकसाथ लाने के लिए मौजूद थे।
यह एक उच्च तकनीक वाला युद्ध था। 80 से 90 घंटे के युद्ध में हम इतना नुकसान कर पाए कि उन्हें (पाकिस्तान) साफ पता चल गया था कि अगर वे इसे जारी रखेंगे तो उन्हें इसकी और भी अधिक कीमत चुकानी पड़ेगी इसलिए वे आगे आए और हमारे DGMO को संदेश भेजा कि वे बात करना चाहते हैं। हमारी ओर से इसे स्वीकार कर लिया गया।