नई दिल्ली। बॉलीवुड अभिनेता विवेक ओबेरॉय ने हाल ही में अपने करियर और निजी जीवन से जुड़े कई मुद्दों पर खुलकर बातचीत की। इस दौरान उन्होंने अभिनेता सलमान खान संग अपने पुराने विवाद पर भी प्रतिक्रिया दी। विवेक ने साफ कहा कि यह सब अब अतीत की बातें हैं और वह आज उन अनुभवों को अपने जीवन का सबक मानते हैं।
एक्टर विवेक ओबेरॉय का पास्ट बहुत कंट्रोवर्शियल रहा है लेकिन फिलहाल वो अपनी निजी जिंदगी में काफी खुश और सेटल हैं। एक्टर अपने बिजनेस और काम को लेकर सुर्खियों में रहते हैं। हाल ही में विवेक ने एक इंटरव्यू दिया है। इस इंटरव्यू में उन्होंने साल 2003 के उस प्रेस कॉन्फ्रेंस के बारे में बात की, जिसमें उन्होंने सलमान खान पर गंभीर आरोप लगाए थे। विवेक ने ऐश्वर्या के साथ हुए ब्रेकअप पर भी अपना पक्ष रखा।
प्रखर गुप्ता के पॉडकास्ट में विवेक ने कहा- ‘मैं जीवन में बहुत संवेदनशील और भावुक व्यक्ति रहा हूं। मैं दिल टूटने के डर में नहीं जीना चाहता क्योंकि मैं पहले ही ये सब झेल चुका हूं। मैंने इसका अनुभव किया है, ये बहुत ही डरावना, अकेला और अलग-थलग करने वाला अनुभव है।’
पॉडकास्ट में जब विवेक से पूछा गया कि उनके साथ जब चीजें अच्छी नहीं हो रही थी, तब उनके मन ऐसा सवाल नहीं आया कि मैं ही क्यों?
विवेक कहते हैं- ‘ये तो मेरे जीवन का अहम सवाल है। मैं ऐसे प्वाइंट पर था, जहां पर भयंकर करियर बॉयकट चल रहा था। मतलब मेरे साथ कोई काम ही नहीं करने को तैयार। मैंने जो फिल्में साइन की थी, उनमें से मुझे निकाला जा रहा था। ऊपर से फोन पर अजीबोगरीब धमकी मिल रही थी। कभी मुझे, कभी मेरी बहन, पापा और मां को धमकी मिल रही है। एक तरफ ये सब चल रहा था, दूसरी तरफ पर्सनल लाइफ भी खराब चल रही थी। मैं अपनी मां को गोद में सिर रखकर बहुत रोया और ये सवाल अलग-अलग तरह से पूछा। फिर मेरी मां ने मुझे कई उदाहरणों के जरिए समझाया तो मैंने सोचा बात तो सही कह रही हैं।’
प्रेस कॉन्फ्रेंस वाली घटना पर विवेक कहते हैं- ‘सच तो यह है कि इस विषय पर किसी भी प्रकार की चर्चा करना भी उनके लिए बहुत ही अटपटा लगता है। अजीब बात ये है कि सिर पर जब आफत आती है, सिर पर पंगे होते हैं, तब वो बड़े लगते हैं। मेरा बेटा विवान 12 साल का है और बिटिया 10 साल की है। जब मैं लाइफ में उनकी प्रॉब्लम देखता हूं तो मुझे कैसे हंसी आती है। इसी तरह, जब मुझे लगता है कि मेरी प्रॉब्लम इतनी बड़ी है, उस वक्त भगवान आपकी समस्याओं को देखकर हंसता थे। वे सोचते होंगे कि बच्चे यह तो छोटी सी बात है, मैं तुम्हें मजबूत बनाऊंगा।’