ढाका । 25 सितम्बर 25 । नोबेल पुरस्कार विजेता और बांग्लादेश के मशहूर अर्थशास्त्री मोहम्मद यूनुस ने हाल ही में बयान दिया है कि भारत और बांग्लादेश के रिश्ते भले ही ऐतिहासिक और गहरे हों, लेकिन आज भी दोनों देशों के बीच कई समस्याएं मौजूद हैं। उनका कहना है कि इन मुद्दों को हल करना दोनों देशों के बेहतर भविष्य और क्षेत्रीय स्थिरता के लिए बेहद जरूरी है।
बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस ने गुरुवार को न्यूयॉर्क में कहा, “अभी भारत और बांग्लादेश के बीच समस्याएं हैं, क्योंकि उन्हें छात्रों का काम पसंद नहीं आया। इसके अलावा वो पूर्व पीएम शेख हसीना की मेजबानी भी कर रहे हैं, जो हमारे देश में कई तरह के समस्याओं की कारण हैं।”
यूनुस ने हसीना को कई युवाओं की हत्या की जिम्मेदार बताया। उन्होंने कहा कि इसी से भारत और बांग्लादेश के बीच तनाव पैदा हुआ है। भारत और बांग्लादेश के बीच संबंध अगस्त 2024 से खराब होना शुरू हुए, जब हसीना इस्तीफा देकर भारत आ गईं थीं।
दरअसल, नौकरी कोटे में भेदभाव के बाद स्टूडेंट्स ने विरोध प्रदर्शन किया, जिसके चलते बांग्लादेश में तख्तापलट हुआ था। यूनुस ने भारत पर बांग्लादेश के खिलाफ फेक न्यूज फैलाने का भी आरोप लगाया।
यूनुस बोले- SAARC एक देश की राजनीति में फिट नहीं बैठ
यूनुस ने दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संघ (SAARC) के बारे में बताते हुए कहा कि, “SAARC का असल मतलब है, कि आप हमारे देश में इन्वेस्ट करे और हम आपके टेरिटरी में इन्वेस्ट करेंगे। SAARC ऐसे ही काम करता है। हम एक-दूसरे से बिजनेस के तौर पर जुड़े है। नेपाल अपने समुद्र के रास्ते से सामान इम्पोर्ट करता है, जिससे हम सभी को फायदा होता है।”
उन्होंने आगे कहा, “SAARC में हम सभी फैमिली की तरह हैं। SAARC का पूरा आइडिया ही बांग्लादेश की देन है, हमने इसे साउथ एशियन देशों में प्रमोट किया है। अब आप हमे इसका दुश्मन मान रहे हैं।”
यूनुस बोले कि SAARC में जितने भी देश हैं, वो एक दूसरे देश में घूमने जा सकते हैं, दोस्त बना सकते हैं, उन देशों के स्कूलों-कॉलेजों में पढ़ सकते हैं, बिजनेस कर सकते हैं। यहीं इसका पूरा आइडिया है।
उन्होंने कहा कि ये ‘एक देश की राजनीति में फिट नहीं बैठता’ इसके लिए मुझे बुरा लगता है। हालांकि, उन्होंने सीधे तौर पर किसी देश का नाम नहीं लिया।