भारत ने सैफ हसन के 4 कैच छोड़े : लापरवाही से हाथ से निकला मौका

0

नई दिल्ली । क्रिकेट के मैदान पर कैच छोड़ना किसी भी टीम के लिए मैच का रुख बदल सकता है। हाल ही में भारत और बांग्लादेश के बीच खेले गए मुकाबले में ऐसा ही नज़ारा देखने को मिला। बांग्लादेश के बल्लेबाज सैफ हसन भारतीय फील्डरों की बड़ी गलती का फायदा उठाने में सफल रहे। भारत ने उनके कुल चार आसान कैच छोड़ दिए, जिसकी वजह से न केवल सैफ हसन की पारी लंबी चली बल्कि बांग्लादेश को मजबूत स्कोर खड़ा करने का भी मौका मिला।

मैच का परिदृश्य

शुरुआत में भारतीय गेंदबाजों ने अच्छी लय पकड़ी और बांग्लादेश के शीर्ष क्रम पर दबाव बनाया। इसी दौरान सैफ हसन कई बार लापरवाह शॉट्स खेल बैठे, लेकिन भारतीय फील्डरों की ढिलाई ने उन्हें बार-बार जीवनदान दिया।

  • पहला कैच स्लिप में छूटा।

  • दूसरा कैच डीप मिडविकेट पर लपका नहीं जा सका।

  • तीसरा कैच विकेटकीपर के हाथ से निकल गया।

  • चौथा कैच कवर पर छोड़ा गया।

इन चार मौकों ने भारतीय टीम के आत्मविश्वास पर असर डाला और बांग्लादेश को संभलने का मौका मिला।

भारत के लिए चिंता का विषय

  1. फील्डिंग मानकों में गिरावट – भारतीय टीम लंबे समय से अपनी फिटनेस और फील्डिंग के लिए जानी जाती है। लेकिन इस मैच में कैच छोड़ना बड़ा सवाल खड़ा करता है।

  2. मैच का दबाव – कई बार दबाव के क्षणों में खिलाड़ी गलतियां कर बैठते हैं। यही गलती भारत को भारी पड़ सकती है।

  3. रणनीति पर असर – लगातार कैच छूटने से गेंदबाजों का मनोबल भी गिरता है और विपक्षी बल्लेबाज खुलकर खेलने लगते हैं।

सैफ हसन का फायदा

सैफ हसन ने भारतीय फील्डरों की गलतियों का भरपूर फायदा उठाया। वह जहां जल्दी आउट हो सकते थे, वहीं जीवनदान मिलने के बाद उन्होंने धैर्यपूर्वक बल्लेबाजी करते हुए अपनी पारी को बड़े स्कोर में बदलने का काम किया। उनकी यह पारी बांग्लादेश के लिए मैच का टर्निंग पॉइंट साबित हुई।

कैच छोड़ना क्रिकेट में आम गलती मानी जाती है, लेकिन जब एक ही बल्लेबाज को चार-चार मौके दिए जाएं, तो यह किसी भी बड़ी टीम के लिए स्वीकार्य नहीं है। भारतीय टीम को फील्डिंग पर गंभीरता से काम करना होगा, क्योंकि ऐसे मौके मैच का परिणाम पलट सकते हैं। आने वाले मैचों में यदि भारत अपनी फील्डिंग पर ध्यान नहीं देता, तो उसे और मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।

Leave A Reply

Your email address will not be published.