नई दिल्ली, 23 सितम्बर 25। सोने की कीमतों ने सोमवार को नया कीर्तिमान स्थापित कर दिया। अंतरराष्ट्रीय और घरेलू बाजार में तेजी के चलते सोना ₹1,343 की बढ़त के साथ ₹1.13 लाख प्रति 10 ग्राम के पार पहुंच गया। यह अब तक का सर्वाधिक स्तर है और निवेशकों में उत्साह के साथ-साथ चिंता का माहौल भी देखा जा रहा है।
क्यों बढ़ रहे हैं सोने के दाम?
सोने की कीमतों में तेजी के कई प्रमुख कारण हैं:
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वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता – अमेरिका और यूरोप की आर्थिक मंदी की आशंकाओं से निवेशक सुरक्षित विकल्प (Safe Haven) के रूप में सोने की ओर रुख कर रहे हैं।
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डॉलर में कमजोरी – डॉलर की गिरावट ने सोने को निवेशकों के लिए और आकर्षक बना दिया है।
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जियो-पॉलिटिकल तनाव – मध्य-पूर्व और एशिया के कई क्षेत्रों में भू-राजनीतिक अस्थिरता ने भी सोने की मांग को बढ़ाया है।
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भारतीय मांग – शादी-ब्याह और त्योहारों के सीजन में भारत में सोने की खपत और मांग बढ़ रही है।
निवेशकों पर असर
सोने की लगातार बढ़त से जहां निवेशकों को फायदा हो रहा है, वहीं नए खरीदारों के लिए यह महंगा सौदा साबित हो सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि सोने में अभी और तेजी आ सकती है, लेकिन निवेशकों को समझदारी से फैसला लेना चाहिए। दीर्घकालिक निवेश के लिहाज़ से सोना अब भी एक सुरक्षित विकल्प है।
आम लोगों पर प्रभाव
सोने की बढ़ती कीमत का सीधा असर आम जनता पर भी पड़ता है। आभूषण खरीदने वाले ग्राहकों को अब ज्यादा भुगतान करना पड़ रहा है। ज्वैलर्स का कहना है कि ऊंची कीमतों के बावजूद मांग बनी हुई है, हालांकि छोटे निवेशक और ग्रामीण ग्राहक अब चांदी और अन्य विकल्पों की ओर रुख कर रहे हैं।
भविष्य की संभावनाएँ
विश्लेषकों का मानना है कि अगर अंतरराष्ट्रीय परिस्थितियां इसी तरह बनी रहीं तो आने वाले महीनों में सोना और ऊंचाइयों को छू सकता है। हालांकि, अचानक से आर्थिक सुधार या ब्याज दरों में बदलाव की स्थिति में कीमतों में उतार-चढ़ाव भी संभव है।
सोने का ₹1.13 लाख प्रति 10 ग्राम के पार जाना भारत और वैश्विक बाजार दोनों के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है। यह न केवल निवेशकों के विश्वास को दर्शाता है बल्कि मौजूदा आर्थिक और राजनीतिक परिदृश्यों का भी संकेत देता है।