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कृषि उद्यमी कृषक विकास चैमबर द्वारा उत्तर भारत के सबसे बड़े कृषि समिट का आयोजन - Rashtriya Ujala

कृषि उद्यमी कृषक विकास चैमबर द्वारा उत्तर भारत के सबसे बड़े कृषि समिट का आयोजन

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हरियाणा के पूर्व कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ की अध्यक्षता में 18 दिसंबर को कृषि उद्यमी कृषक विकास चैमबर द्वारा प्रोग्रेसिव अग्री लीडरशिप समिट 2021 का आयोजन किया गया। कृषि उद्यमी कृषक विकास चैंबर (KUKVC), भारत में सबसे बड़ा चैंबर है जो ग्रामीण विकास और किसानों, कृषि और संबद्ध क्षेत्रों के विकास के लिए प्रतिबद्ध है।

कृषि उद्यमी कृषक विकास चैंबर (केयूकेवीसी) स्मार्ट कृषि के साथ नए भारत का निर्माण करने और हमारे किसानों और खेती के सामने आने वाले प्रमुख मुद्दों को संबोधित करने, युवाओं को खेती में आकर्षित करने और बनाए रखने और भारतीय किसानों और कृषि क्षेत्र के गौरव को बहाल करने के लिए प्रतिबद्ध है” – दलीप शर्मा, महानिदेशक (कृषि उद्यमी कृषक विकास चैंबर) ने कहा |

स्ट्रेटेजिस्ट्स वर्ल्ड इस तरह के जीवंत आयोजन का हिस्सा बनकर खुश है, जो कृषि पारिस्थितिकी तंत्र से हितधारकों को एक साथ ला रहा है, जहां नेतृत्व और अभिनव दृष्टिकोण से न केवल अभिजात वर्ग और बड़े खिलाड़ियों बल्कि किसानों के व्यक्तिगत योगदान को भी उचित सम्मान दिया जा रहा है” – भारती सिन्हा, संस्थापक (स्ट्रेटेजिस्ट्स वर्ल्ड) ने कहा |

कार्यक्रम के दौरान प्रगतिशील किसानों समेत कई कृषि उद्यमियों को भी सम्मानित किया गया। प्रोग्रेसिव अग्री लीडरशिप समिट, डॉ वाईएस परमार कृषि एवं तकनीकी विश्वविद्यालय नौनी में आयोजित हुआ। इस दौरान केंद्रीय मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे।

इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य सरकार द्वारा किसानों के हक़ में निर्मित नीतियों से रूबरू करवाना एवं किसानों के साथ पेरी-अर्बन कृषि में उपलब्ध अवसर से जुड़ी जानकारी साझा करना तथा पेरी-अर्बन कृषि को बढ़ावा देने के लिए विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त मार्केस्टिंग प्रथाओं को साझा करना है।

हिमाचल प्रदेश ने मृदा स्वास्थ्य और कृषि विपणन और प्रथाओं में सर्वश्रेष्ठ पहल के लिए पुरस्कार जीता है। हरियाणा ने ब्रांड विकास में जोखिम प्रबंधन और पहल के लिए पुरस्कार जीता, जबकि केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर को केसर संवर्धन और उत्पादन के लिए सम्मानित किया गया। पंजाब को फसल अवशेष प्रबंधन के लिए सम्मानित किया गया। उत्तर प्रदेश को पशु स्वास्थ्य में सर्वश्रेष्ठ पहल का पुरस्कार मिला, जबकि उत्तराखंड को जैविक खेती के लिए पुरस्कार मिला।

उत्तर भारत में पहली बार इतने बड़े स्तर पर कृषि से जुड़े लोगों के लिए पुरस्कारों का वितरण समारोह आयोजित किया गया। विभिन्न श्रेणियों के तहत शिखर सम्मेलन में कुल 42 पुरस्कार वितरित किए गए ।

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